देहरादून, 23 सितम्बर 2025: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा में नकल कराने की साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने जांच के दौरान एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्रों की फोटो लेकर उन्हें सॉल्व कराने के उद्देश्य से आगे भेजा।गिरफ्तार अभियुक्ता की पहचान साबिया (35 वर्ष), निवासी सुल्तानपुर आदमपुर, थाना लक्सर, हरिद्वार के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, साबिया को अपने भाई के परीक्षा में शामिल होने की जानकारी थी। उसी दौरान उसने प्रश्नपत्रों की फोटो प्राप्त कर उन्हें टिहरी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को समाधान के लिए भेजा।
जांच में जुड़े संदिग्ध
21 सितम्बर को परीक्षा के प्रश्नपत्र की फोटो और स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत आयोग द्वारा पुलिस को दी गई थी। एसएसपी देहरादून ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की। जांच में पता चला कि प्रश्नपत्र की फोटो सबसे पहले प्रोफेसर सुमन तक पहुंची। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह फोटो साबिया द्वारा भेजी गई थी।सुमन ने आगे कुछ व्यक्तियों को इसकी जानकारी साझा की, जिसके बाद परीक्षा समाप्त होने के पश्चात यह सामग्री सोशल मीडिया पर वायरल की गई। जांच में अभियुक्त खालिद मलिक की एक अन्य बहन हिना की भूमिका भी संदिग्ध मिली है।
कानूनी कार्रवाई
थाना रायपुर पर मुकदमा अपराध संख्या 301/25, धारा 11(1), 11(2), 12(2), उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश द्वारा परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादुरपुर जट (पथरी, हरिद्वार) का निरीक्षण किया गया। इसमें पुष्टि हुई कि साबिया ने पूरी जानकारी के बावजूद नकल कराने के इरादे से प्रश्नपत्र के फोटो सॉल्विंग के लिए भेजे थे। इसके आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अभी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही उन लोगों की भूमिका की भी जांच जारी है, जिन्होंने प्रश्नपत्र की फोटो वायरल होने की जानकारी समय रहते आयोग या पुलिस को नहीं दी।